रंग

चेहरे के रंग तुम भले बदलना
मन के रंग तुम नहीं बदलना

जो रंग सारे रंग छुपादे
उन रंगों से दूर ही रहना

चाहे जो तुम रंग लगाना
अपने रंग को भूल न जाना

जो रंग तुमको नहीं सुहाता
पीछा उससे जल्द छुड़ाना

चढ़े भाव का कोई भी रंग
प्यार के रंग में सदा ही रहना

-प्रशांत सेठिया


पता तो है ना!

राहों में कईँ मोड़ मिलेंगे
तुम्हे कहाँ मुड़ना है 
पता तो है ना!

एक ही पल में बहुत सारे भाव आयेंगे 
किसके सामने क्या जाहिर करना है
पता तो है ना!

सुनते रहना अच्छी बात है
लेकिन जवाब कब देना है
पता तो है ना!

कोई नहीं रोकेगा तुम कुछ भी करना
लेकिन तुम्हारा भला किसमे है
पता तो है ना!

सब तरह की संगत मिलेंगी हर कदम पर
तुम्हे कौनसी चुननी है
पता तो है ना!

विजयपथ में रहेंगी लाख दिक्कतें 
तुम्हे बस चलते और चलते जाना है
पता तो है ना!

-प्रशान्त सेठिया