ख़ला ही ख़ला है

ख़ला ही ख़ला है सारा आसमां
जमीं पर ख़ला, कहीं कम तो नहीं

हँसता ही रहता है हौसले में इंसां
हँसने की वजह, कोई गम तो नहीं

बेवजह ही इश्क होता है 
वजह से इश्क करने वालों में, हम तो नहीं

दर्द ढेरों है दुनिया के आँगन में
लेकिन हर पीड़ा की वजह, कोई जख्म तो नहीं

ज़ख्म दिखे तो इलाज संभव है
जो ना दिखे उसे दुरुस्त करे, ऐसा कोई मरहम तो नहीं

नशा इश्क का ही है जो तू भुलाई नहीं गई अब तक
हर नशे की वजह, गांजा या रम तो नहीं

चलो मान भी लिया कि पुरुष प्रधान समाज है
लेकिन अबला पर जुर्म करना, कोई दम तो नहीं

मिल भी लेने दो, देखो उसका भाई आया है
ये उस लड़की का ससुराल है, कोई हरम तो नहीं

शुरुआत कहीं से तो करनी होगी
ज़िंदगी की मशक्कत अभी, खत्म तो नहीं

हाँ गा लेते है कभी कभी महफिलों में
लेकिन इसका मतलब, हम पंचम तो नहीं

पत्तियाँ गीली नज़र आ रही है सुबह सुबह
छिड़काव किया लगता है, ये शबनम तो नहीं

मुझे मालूम था कि इरादा नहीं था आपका मिलने का 
लेकिन इरादा ही तो था, कोई कसम तो नहीं

जरूरतमंद को आप कौड़ी भी ना दे
ख़ाली भगवान को याद करना, कोई धरम तो नहीं

एक मे प्रतिस्पर्धा कोई कैसे करवाये
इसका मतलब वो एक भी, कोई उत्तम तो नहीं

सत्य लिखना कोई युद्ध से कम नहीं
जो इशारों पर चले, वो कोई कलम तो नहीं

सबसे हँस के बात करना फितरत है उसकी
उसको प्यार हो गया ये सोचना, आपका भरम तो नहीं

माना कि बड़ों से तमीज़ से पेश आना चाहिये
लेकिन उनकी गलती पर जो बोले, वो बेशरम तो नहीं

-प्रशान्त सेठिया
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**शब्दों के अर्थ

ख़ला - रिक्त होना, खाली होना

हरम - किसी एक पुरुष की अनेक स्त्रियों के रहने के उस स्थान को कहते हैं जहाँ अन्य मर्दों का जाना वर्जित होता है।

पंचम - विख्यात संगीतकार श्री आर. डी. बर्मन जिन्हें पंचम दा बोला करते थे

शबनम - ओंस

24 comments:

  1. Amazing Poem ����

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  2. जरूरतमंद को आप कौड़ी भी ना दे
    ख़ाली भगवान को याद करना, कोई धरम तो नहीं

    Awesome poem Prashant.

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  3. बहुत बढ़िया 👌👌👌

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  4. Very nice 👍🏻👍🏻👌🏻👏🏻

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