उनका बेमतलब का रूठना
और मनाना उन्हें हर छोटी बात पर
मुझे गैरज़रूरी लगा
उन्हें भी रिश्तों की क़दर हो, बेहतर होगा
और सिर्फ अपना आत्मसम्मान खोना
मुझे गैरज़रूरी लगा
मैं भी जी हुजूरी कर सकता था
लेकिन सिर्फ ऊँचाई के लिए गिरना
मुझे गैरज़रूरी लगा
घर में शेर और बाहर निकले दुम हिलाते
और हर काम के लिए अलग मुखोटा
मुझे गैरज़रूरी लगा
चिंतन करो, तुम ख़ुद को टटोलो
लेकिन हर बात का दोष दूसरे पे मंढ़ना
मुझे गैरज़रूरी लगा
भीतर कुटिलता लबों पर हँसी
और ऐसे कोई काम निकलवाना
मुझे गैरज़रूरी लगा
जैसा है वैसा ही रहना "राजा"
किसी भी बात के लिए बदलना
मुझे गैरज़रूरी लगा
( मैं भी जी हुजूरी कर सकता था
ReplyDeleteलेकिन सिर्फ ऊँचाई के लिए गिरना
मुझे गैरज़रूरी लगा )
👌👌👌👌👌 Osm
Real lines of human life
ReplyDeleteThank you🙏😊
DeleteGajab.......👌👌👍👍
ReplyDeleteTrue lines bro
ReplyDeleteThank you😊🙏
DeleteAs usual wow wow wow 👌👌👌👌
ReplyDeleteThank You😊🙏
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