जवानी

तेरी आवाज़ में दम होगा
चक्षु में तेज़ ना कम होगा
सुनेगा दो कोस से तू
थकेगा दिन भर भी ना तू
बदन पर धारा श्रमजल की और 
और गुस्से से फुले धमनी
उम्र का काल ये श्रेष्ठ जानी
इस काल का नाम जवानी

जिम्मेदारी की गठरी लादी
सब गौण इच्छा इत्यादि
मन मे जोश लिए तूफानी
इस काल का नाम जवानी

तू संगत रख मतवाली
जो मन में ठानी कर डाली
जब राजा को मिल जाये रानी
इस काल का नाम जवानी

ये प्रहर जीव का जीवनदायी
बचपन की झलक जो पाई
तेरे तेज़ का ना कोई सानी
इस काल का नाम जवानी

इसी उम्र के चलते भागे
जो ना भागे बड़े अभागे
जो बहके वो करे शैतानी
इस काल का नाम जवानी

सब सपने पूरे करने का
सब संकट को दूर करने का
यह पड़ाव मात्र सुल्तानी
इस काल का नाम जवानी

मत गवां नशे में इसको
मत लूटा व्यर्थ में इसको
फिर ये उम्र न वापस आनी
इस काल का नाम जवानी

माँ बाप की सेवा करना
किसी के दुःखों को कम करना
बस पुण्याई इसमें कमानी
इस काल का नाम जवानी

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