सुणलीजे भाई म्हारा
पिछ्ली पीढ़ी रो सार नकी है
सुणलीजे भाई म्हारा
थांरे मनड़े में बात है कईं दबाई भाई म्हारा
मन में मत घुटीज तू रोगी हुजासी भाई म्हारा
करजो लेके मजो न करीजे कदई भाई म्हारा
पग चादर सूं बारे पसारो नहीं भाई म्हारा
थाने खुद रे बाजू पर भरोसो रखणो है भाई म्हारा
जिको दाबेला बो ही दबेला सुणलीजे भाई म्हारा
मोटो सम्पत सूं कोई खजानो नहीं भाई म्हारा
सगळा ठाठ अठे ही रह जासी सुणलीजे भाई म्हारा
मत सोचिजे मैं ही कमाउँ खाली ओ भाई म्हारा
किरे भाग रो थने मिले है कइंठा भाई म्हारा
बोली राख तू मीठी भोंकिजे नहीं भाई म्हारा
प्रीत सो ठाठ मिले न कदई भाई म्हारा
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