शहंशाओं के रुतबे ज़ार होते देखे हैं
शब्दों के बाण दिल के पार होते देखे हैं
कर्मो के खेल अदभुत होते है
सारथी को ज्ञान का संचार करते देखे हैं
कभी शांत तो कभी दरिया में ज्वार देखे है
मन मे उठे सैकड़ों विचार देखे हैं
इश्क़ के दीवाने यूँहीं बदनाम नहीं होते हैं
लौ में जलते पतंगे हज़ार देखे है
अबला पे समाज को सवार होते देखे है
भरी सभा में पंडितों को गंवार होते देखे है
सही औऱ गलत समय के अधीन ही तो होते है
नारी अपमान से सैकड़ों संहार होते देखे है
हट्टे कट्टे को बीमार होते देखे हैं
कुरीतियों से बिकते घर बार देखे हैं
एक चेहरे में अनेकों किरदार होते है
दिलों में अंधेरे किन्तु रोशन बाज़ार होते देखे है
प्यार से सराबोर कभी, बंटते परिवार देखे हैं
सगे भाइयों में मनमुटाव अपार देखे हैं
जर ज़मीन क्या कभी साथ में जाते है
बस इसी चक्कर में रिश्ते तार तार होते देखे हैं
इंसानों में ही देव और दानवों के अवतार होते देखे हैं
दवाखानों में इंसानियत के व्यापार होते देखे हैं
सब चिकित्सक ऐसे ही नहीं होते है
बाबा आम्टे जैसों के सम्पूर्ण जीवन,
समाज कल्याण में निसार होते देखे है
आदमी के पीछे औरत की ज़िन्दगी के रंग निकलते देखे है
लाख तानों के बावजूद बच्चों की ढ़ाल होते देखे है
पता नही कि औलाद ये त्याग कैसे समझते है
पर माताओं के दिल हमेशा ही दिलदार होते देखे है
शब्दों के बाण दिल के पार होते देखे हैं
कर्मो के खेल अदभुत होते है
सारथी को ज्ञान का संचार करते देखे हैं
कभी शांत तो कभी दरिया में ज्वार देखे है
मन मे उठे सैकड़ों विचार देखे हैं
इश्क़ के दीवाने यूँहीं बदनाम नहीं होते हैं
लौ में जलते पतंगे हज़ार देखे है
अबला पे समाज को सवार होते देखे है
भरी सभा में पंडितों को गंवार होते देखे है
सही औऱ गलत समय के अधीन ही तो होते है
नारी अपमान से सैकड़ों संहार होते देखे है
हट्टे कट्टे को बीमार होते देखे हैं
कुरीतियों से बिकते घर बार देखे हैं
एक चेहरे में अनेकों किरदार होते है
दिलों में अंधेरे किन्तु रोशन बाज़ार होते देखे है
प्यार से सराबोर कभी, बंटते परिवार देखे हैं
सगे भाइयों में मनमुटाव अपार देखे हैं
जर ज़मीन क्या कभी साथ में जाते है
बस इसी चक्कर में रिश्ते तार तार होते देखे हैं
इंसानों में ही देव और दानवों के अवतार होते देखे हैं
दवाखानों में इंसानियत के व्यापार होते देखे हैं
सब चिकित्सक ऐसे ही नहीं होते है
बाबा आम्टे जैसों के सम्पूर्ण जीवन,
समाज कल्याण में निसार होते देखे है
आदमी के पीछे औरत की ज़िन्दगी के रंग निकलते देखे है
लाख तानों के बावजूद बच्चों की ढ़ाल होते देखे है
पता नही कि औलाद ये त्याग कैसे समझते है
पर माताओं के दिल हमेशा ही दिलदार होते देखे है
Another masterpiece.. amazing thoughts .. loved it
ReplyDeleteThank you 😊🙏
DeleteVery nice
ReplyDeleteThank you🙏😊
DeleteVery nice......🙏
ReplyDeleteThank you😊🙏
DeleteThank you 🙏😊
ReplyDelete