तू ही तो है

तू ही तू है
जिधर देखूं
मेरे दिल में
तू ही तू है

क्या करुं मैं
तुम गई तो
हर जगह पे
फिर भी है तू
हर क्षण में तू
कण कण में तू
मेरा जीवन
तू ही तो है

मेरी काली
रातों में तू
मेरी उजली
किरणों में तू
घाव मेरा
तू ही मरहम
मेरे हर पल की अदा
तू ही तो है

आइना भी तू
चेहरा भी तू
तू उजाला
मेरी छाया
तुझसे हंसी
तुझसे रुन्दन
जीवन की मेरी कश्ती
तू ही तो है

खुशनुमा तू
हर इक मौसम
नज़्म है तू
मेरी कलम
तू ही पहचान
मेरा पतन
रातों में जिससे जागू
तू ही तो है

अश्कों में तू
तू ही मुस्कान
तू ही जीवन
मेरा कफ़न
साँसें मेरी
तू ही धड़कन
मेरे वजह जीने की
तू ही तो है

तू ही जबां
तू ही मनन
तू मेरा तम
तू ही चेतन
मेरी चुप्पी
मेरी खन खन
मेरा सुनहरा पन्ना
तू ही तो है

मेरी ख़ुशी
मेरी घुटन
मेरी जमीं
मेरा गगन
मेरी पूजा
मेरी अजां
मेरे हर पल की मन्नत
तू ही तो है

मेरा विघटन
मेरा संगठन
सार मेरा
मेरा वर्णन
मेरी सब याद
मेरा विस्मरण
सारे मर्जों की दवा
तू ही तो है

मेरा चलना
मेरा रुकना
मेरी उलझन
मेरी सुलझन
मेरा पतझड़
मेरा सावन
मेरी तो सारी ऋतुएं
तू ही तो है

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